कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप और उससे निपटने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन के कारण भारत में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लगभग 40 करोड़ लोगों के प्रभावित होने की आशंका है। इससे उनकी नौकरियों और कमाई पर बुरा असर पड़ सकता है। अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले 40 करोड़ लोगों को और गरीबी में धकेल देगा। भारत ने महामारी पर लगाम लगाने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है। आईएलओ ने कहा कि भारत उन देशों शामिल है, जिसके पास हालात का बेहतर ढंग से सामना करने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं।
दुनियाभर के 2.7 अरब श्रमिक प्रभावित
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने बुधवार को एक रिपोर्ट में कहा कि दुनियाभर में दो अरब से ज्यादा लोग अनौपचारिक क्षेत्र में काम करते हैं। दुनिया में पांच में से चार लोग ( 81%) आंशिक या पूर्ण लॉकडाउन से प्रभावित हैं। जेनेवा में जारी आईएलओ की रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘कोरोना के कारण असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले करोड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। लॉकडाउन के कारण भारत, नाइजीरिया और ब्राजील में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों पर ज्यादा असर पड़ा है।’’
दुनिया में हर 5 में से 4 लोग लॉकडाउन से प्रभावित
• SADIQ KHAN